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विशेष सूचना - Arya Samaj, Arya Samaj Mandir तथा Arya Samaj Marriage और इससे मिलते-जुलते नामों से Internet पर अनेक फर्जी वेबसाईट एवं गुमराह करने वाले आकर्षक विज्ञापन प्रसारित हो रहे हैं। अत: जनहित में सूचना दी जाती है कि इनसे आर्यसमाज विधि से विवाह संस्कार व्यवस्था अथवा अन्य किसी भी प्रकार का व्यवहार करते समय यह पूरी तरह सुनिश्चित कर लें कि इनके द्वारा किया जा रहा कार्य पूरी तरह वैधानिक है अथवा नहीं। "आर्यसमाज मन्दिर बैंक कालोनी अन्नपूर्णा इन्दौर" अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट द्वारा संचालित इन्दौर में एकमात्र मन्दिर है। भारतीय पब्लिक ट्रस्ट एक्ट (Indian Public Trust Act) के अन्तर्गत पंजीकृत अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट एक शैक्षणिक-सामाजिक-धार्मिक-पारमार्थिक ट्रस्ट है। आर्यसमाज मन्दिर बैंक कालोनी के अतिरिक्त इन्दौर में अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट की अन्य कोई शाखा या आर्यसमाज मन्दिर नहीं है। Arya Samaj Mandir Bank Colony Annapurna Indore is run under aegis of Akhil Bharat Arya Samaj Trust. Akhil Bharat Arya Samaj Trust is an Eduactional, Social, Religious and Charitable Trust Registered under Indian Public Trust Act. Arya Samaj Mandir Annapurna Indore is the only Mandir controlled by Akhil Bharat Arya Samaj Trust in Indore. We do not have any other branch or Centre in Indore. Kindly ensure that you are solemnising your marriage with a registered organisation and do not get mislead by large Buildings or Hall.
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भक्ति 
भगवान को पाने का सबसे सहज व सरल मार्ग है भक्ति। भक्ति अर्थात भगवान के प्रति अगाध प्रेम, भगवान से असीम अनुराग, भगवान से निष्कपट, निश्छल, निष्काम प्रेम। निष्काम प्रेमी भगवान से कुछ नहीं चाहता। धन-दौलत, सुख-समृद्धि, ऋद्धि-सिद्धि, स्वास्थ्य-सौभग्य कुछ भी नहीं। यहाँ तक कि मुक्ति, मोक्ष, निर्वाण, कैवल्य भी नहीं। सकाम भक्त भगवान से कुछ पाने की इच्छा रखने के कारण अपने अस्तित्व को बनाए रखना चाहता है, इसलिए वह परमात्मासागर में उतर नहीं पाता, डूब नहीं पाता, वह परमात्मासागर में सीधे छलाँग लगा देने के बजाय सागर के बिना बैठकर परमात्मा से अपनी माँगों, इच्छाओं, कामनाओं की एक लंबी सूचि साझा करता रहता है।

Devotion is the easiest and easiest way to get God. Bhakti means immense love for God, infinite affection for God, sincere, innocent, selfless love for God. The selfless lover does not want anything from God. Money-wealth, happiness-prosperity, wealth-accomplishment, health-good luck nothing. Not even Mukti, Moksha, Nirvana, Kaivalya. Sakam devotee wants to maintain his existence because of his desire to get something from God, so he does not get into the divine ocean, does not drown, instead of jumping directly into the divine ocean, he sits without the ocean and talks to God about his demands, desires. , keeps sharing a long list of wishes.

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  • महिलाओं और दलितों का उद्धार

    महर्षि दयानन्द ने महिलाओं की शिक्षा पर सदैव बल दिया तथा बाल विवाह का घोर विरोध किया। प्राचीन आर्ष गुरुकुल प्रणाली और शिक्षा पद्धति का गहन अध्ययन व विश्‍लेषण करके ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास इन चारों आश्रमों के पालन पर बल दिया। उनका सम्पूर्ण जीवन व कृतित्व आध्यात्मिकता से परिपूर्ण था।...

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