मानवता का लक्षण
हम अपनी संतान को आरंभ से ही दुर्गुणों और दोस्तों से बचाकर शिष्टता की शिक्षा देंगे तो बड़े होने पर अवश्य ही श्रेष्ठ नागरिक सिद्ध होंगे। यदि गंभीरतापूर्वक विचार किया जाए तो निस्संकोच कहा जा सकता है कि शिष्टता ही मानवता का प्रमुख लक्षण है। पशु-पक्षियों को तो इस विषय का किंचित् भी ज्ञान नहीं होता। उनका जीवन पूर्णरूप से नैसर्गिक होता है, इसलिए वे अपने निश्चित रहन-सहन से जरा भी नहीं हट सकते।
If we educate our children from bad qualities and friends from the very beginning, then they will definitely prove to be the best citizens when they grow up. If considered seriously, it can be said without hesitation that chivalry is the main characteristic of humanity. Animals and birds do not have even the slightest knowledge of this subject. Their life is completely natural, so they cannot deviate from their fixed way of living.
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महर्षि दयानन्द ने महिलाओं की शिक्षा पर सदैव बल दिया तथा बाल विवाह का घोर विरोध किया। प्राचीन आर्ष गुरुकुल प्रणाली और शिक्षा पद्धति का गहन अध्ययन व विश्लेषण करके ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास इन चारों आश्रमों के पालन पर बल दिया। उनका सम्पूर्ण जीवन व कृतित्व आध्यात्मिकता से परिपूर्ण था।...
स्वयं से संवाद स्वयं से स्वयं के संवाद की जब स्थितियां नगण्य होती हैं तो नकारात्मकता देखने को मिलती है और भूलें बार-बार दोहरायी जाती हैं। हमेशा आपके आसपास ऐसे ढेरों लोग होते हैं, जो अपनी नकारात्मकता से आपको भ्रमित या भयभीत कर सकते हैं। ऐसे लोग हर युग में हुए हैं और वर्तमान में भी ऐसे लोगों का वर्चस्व बढ ही रहा है।...